हिन्दी फिल्मों के शहंशाह के भारतीय सिनेमा में 50 साल पूरे, “जंजीर” से लेकर “अग्निपथ” तक किया कमाल

07-11-2019 12:49:51
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आज से तकरीबन 50 साल पहले एक फिल्‍म आई थी जिसका नाम था सात हिन्‍दुस्‍तानी. इस फिल्‍म के लेखक थे उस जमाने के ख्‍वाजा अहमद. सात हिन्‍दुस्‍तानी में लीड रोल निभाया था उस वक्‍त के फेमस कवि, लेखक, एक्‍टर उप्‍पल दास ने. भारत और चीन के सम्‍बन्‍धों के बैकड्रॉप पर बनी इस फिल्‍म में एक दुबले, पतले और लम्‍बे कद के लड़के ने साइड रोल किया था. ये लड़के की शक्‍ल सूरत और कदकाठी कही से भी एक फिल्‍मी हीरों की तरह नही थी लेकिन एक्टिग के जुनून की वजह से ये लड़का कलकत्‍ता की अपनी अच्‍छी खासी नौकरी छोड़कर मुंबई आ गया था. फिलहाल फिल्‍म में काम मिला और अपनी पहली मेहनताना के रूप में इस लड़को को मिले 5000 रूपये. बाद में ये ही लड़का पूरी दुनिया में शहशाह के रूप में फेमस हो गया.

जी हा हम बात कर रहे भारतीय सिनेगा में बिग बी के नाम से फेमस अमिताभ बच्‍चन की. अमिताभ बच्‍चन के पिता डा. हरिवश राय बच्‍चन भारत के मशहूर कवि थे. उनके परिवार में कोई ऐसा नही था जिनका रिश्‍ता कभी भारतीय सिनेमा से रहा है. अपनी भारी आवाज और लम्‍बे कद की वजह से अमिताभ बच्‍चन हिन्‍दी फिल्‍मों के हीरों बनने के लिए बिल्‍कुल अनफिट थे क्‍योकि उस वक्‍त हिन्‍दी सिनेमा में रोमांटिक हीरोज का तौर था. ऐसे समय में जब अमिताभ बच्‍चन की हिन्‍दी सिनेमा में एन्‍ट्री हुई तो उन्‍होने दीवार, कुली, मुकद्दर का सिकन्‍दर जैसी फिल्‍में बनाई. इन फिल्‍मों को इस देश के लोगो ने काफी पसन्‍द किया और वो देखते ही देखते हिन्‍दी फिल्‍मों के सुपर स्‍टार बन गये. 


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